भारत सरकार ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि देश की सुरक्षा और अखंडता सर्वोपरि है।
पहलगाम (जम्मू-कश्मीर) में हुए आतंकी हमले के बाद फैलाई जा रही फर्जी खबरों और भ्रामक प्रचार के खिलाफ केंद्र सरकार ने कड़ा एक्शन लेते हुए 16 पाकिस्तानी यूट्यूब चैनल्स को ब्लॉक कर दिया है। साथ ही, BBC को भी उनकी रिपोर्टिंग पर सख्त चेतावनी दी गई है।
16 यूट्यूब चैनल्स ब्लॉक कर डिजिटल सुरक्षा को मजबूत किया गया |
पहलगाम आतंकी हमला और सोशल मीडिया पर फैलता गलत प्रचार
24 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में निर्दोष नागरिकों को निशाना बनाया गया।
घटना के बाद कुछ पाकिस्तानी यूट्यूब चैनल्स और मीडिया आउटलेट्स ने झूठी और भ्रामक खबरें फैलानी शुरू कर दीं, जिनका मकसद था:
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भारत में डर और भ्रम फैलाना
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आतंकवाद को सही ठहराना
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भारत सरकार और सुरक्षाबलों की छवि को धूमिल करना
सरकार ने इस दुष्प्रचार को गंभीरता से लिया और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर सख्ती से कार्रवाई की।
किन चैनल्स को किया गया ब्लॉक?
सूचना और प्रसारण मंत्रालय (MIB) ने 16 पाकिस्तानी यूट्यूब चैनल्स को तत्काल प्रभाव से ब्लॉक कर दिया है।
सूत्रों के मुताबिक, इन चैनल्स में प्रमुख नाम शामिल हैं, जैसे:
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Shoaib Akhtar का यूट्यूब चैनल (जिन्होंने संवेदनशील मुद्दों पर गैर-जिम्मेदार बयान दिए)
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और कई अन्य छोटे-बड़े चैनल्स जो फर्जी वीडियो और अफवाहें फैला रहे थे।
सरकार ने IT Rules, 2021 के तहत आपातकालीन शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए यह कार्रवाई की है।
BBC को क्यों दी गई चेतावनी?
BBC ने जम्मू-कश्मीर के हालातों पर एक रिपोर्ट प्रसारित की थी, जिसमें तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया।
सरकार ने इसे गंभीरता से लेते हुए BBC को एक औपचारिक पत्र लिखा है जिसमें निष्पक्ष और जिम्मेदार पत्रकारिता का पालन करने की मांग की गई है।
सूत्रों के अनुसार, सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि यदि अंतरराष्ट्रीय मीडिया संस्थान भारतीय संप्रभुता और सुरक्षा से खिलवाड़ करेंगे, तो उनके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
भारत सरकार का संदेश: फेक न्यूज़ के खिलाफ "Zero Tolerance"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले ही कई बार फेक न्यूज़ और साइबर सुरक्षा के खिलाफ सख्त रुख अपना चुके हैं।
इस बार भी सरकार का संदेश साफ है:
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राष्ट्रीय सुरक्षा से कोई समझौता नहीं होगा।
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फेक न्यूज़ फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।
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डिजिटल स्पेस को स्वच्छ और सुरक्षित बनाया जाएगा।
डिजिटल इंडिया, सुरक्षित इंडिया की दिशा में ये एक और मजबूत कदम है।
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जनता का समर्थन
सोशल मीडिया पर भी इस फैसले का व्यापक समर्थन देखने को मिला।
लोगों ने सरकार के इस कदम की सराहना करते हुए कहा कि देश की अखंडता के साथ कोई समझौता नहीं किया जा सकता।
निष्कर्ष: भारत तैयार है हर फेक न्यूज़ और साजिश के खिलाफ
आज का भारत जागरूक है, मजबूत है और पूरी तरह से तैयार है।
चाहे सोशल मीडिया हो या अंतरराष्ट्रीय मंच, भारत अपनी संप्रभुता और सुरक्षा के साथ किसी भी कीमत पर समझौता नहीं करेगा।